- परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मनेछा गांव में सोमवार को उस समय मातमी सन्नाटा पसर गया जब खाड़ी देश में कार्यरत युवक का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। शव घर पहुंचते ही परिजनों के क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया। हर किसी की आंखें नम हो उठीं।
मिली जानकारी के अनुसार मनेछा गांव निवासी रविन्द्र बिन्द (35 वर्ष) पुत्र राम प्रताप बिंद बीते कई वर्षों से खाड़ी देश में रहकर प्लंबरी (पलंबर) का कार्य कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गए। रविन्द्र के परिवार को दीपावली के दिन ऐसी दर्दनाक खबर मिलेगी, किसी ने सोचा भी नहीं था।
बताया जाता कि 20 अक्टूबर को दीपावली के दिन कार्य के दौरान रविन्द्र की अचानक साइट पर ही मृत्यु हो गई। सहकर्मियों ने घटना की सूचना कंपनी प्रशासन और स्थानीय दूतावास को दी, जिसके बाद आवश्यक औपचारिकताओं के बाद शव को भारत भेजा गया। सोमवार की सुबह जब शव गांव पहुंचा तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पत्नी सरोजा देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। तीन मासूम बच्चे अंश (10 वर्ष), अंकुश (7 वर्ष) और मुकेश (3 वर्ष) अपने पिता के पार्थिव शरीर को देख कर बिलख उठे। पूरा गांव शोक में डूब गया।
