मुम्बई। 'शेमलेस' जैसी ऑस्कर-योग्य शॉर्ट फिल्म के बाद निर्देशक कीथ गोम्स और अभिनेत्री सयानी गुप्ता एक बार फिर साथ आए हैं- इस बार एक सच्ची घटना से प्रेरित अंडरकवर रेस्क्यू थ्रिलर, 'डियर मेन' के लिए। यह फ़िल्म आज, विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस (30 जुलाई) पर रिलीज़ हो रही है और कार्यकर्ता दीपेश टांक के एक असाधारण मिशन पर आधारित है, जिसमें उन्होंने खुद को फिल्म निर्देशक बताकर बिहार के एक खतरनाक गाँव में दो नाबालिग लड़कियों को बचाने के लिए अंडरकवर ऑपरेशन चलाया।
कीथ गोम्स के निर्देशन में बनी यह फ़िल्म सामाजिक यथार्थ, इमोशनल गहराई और सिनेमा की सीमाओं को पार करने वाला अनुभव है। डियर मेन केवल एक कहानी नहीं, बल्कि एक सवाल है जो हम सबको झकझोरता है: क्या हम वास्तव में देख रहे हैं, या सिर्फ़ देख कर नज़रें फेर लेते हैं?
फिल्म निर्देशक की भूमिका हैं सयानी गुप्ता
सयानी गुप्ता इसमें एक फिल्म निर्देशक की भूमिका में हैं- जो रेस्क्यू मिशन का नेतृत्व कर रही हैं। उनका प्रदर्शन सहज, संवेदनशील और बेहद मानवीय है। इस प्रोजेक्ट में ऑस्कर विजेता रेसुल पूकुट्टी, संगीतकार एलेक्स सोमर्स, और एक्शन डायरेक्टर स्टीफन रिक्टर जैसी नामी हस्तियाँ भी शामिल हैं।
'डियर मेन' फ़िल्म एक कहानी नहीं- एक चेतावनी है
निर्माता हैं मयूख रे, राहुल विश्वकर्मा, ज़मान हबीब और संदीप कमल। डियर मेन का प्रीमियर कीथ गोम्स के यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है। यह फ़िल्म एक कहानी नहीं- एक चेतावनी है।
Reported by: A.K. Jaiswal