घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन को मिली तो तत्काल पुलिस द्वारा घने कोहरे में कड़ी मशक्कत कर थाना सवायजपुर व पाली ने संदीप को रुपापुर से सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ में संदीप ने बताया कि शाहाबाद के पास संदीप की मोटरसाइकिल से किसी बुजुर्ग व्यक्ति के साथ दुर्घटना हो गई थी। इस वाहन दुघर्टना में बुजुर्ग व्यक्ति का पैर टूट गया था। जिसके इलाज की लिए रुपए की व्यवस्था के लिए संदीप द्वारा स्वयं के अपहरण की झूठी कहानी रची। अपने हाथ पैर बंधवाकर वीडियो अपने भाई को भिजवाया लेकिन घने कोहरे और कड़ाके की ठण्ड में सबसे ज्यादा मशक्कत पुलिस को करनी पड़ी।